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    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान का दौरा किया

    प्रकाशित तिथि: सितम्बर 10, 2024

    राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने वाले प्रभावी उपचारों और शैक्षिक कार्यक्रमों की सराहना की

    राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अंतर्गत आने वाले पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान का दौरा किया। अपनी यात्रा के दौरान, उन्होंने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात की, पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा को श्रद्धांजलि अर्पित की और संस्थान परिसर में पौधारोपण किया। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बीएल वर्मा और दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल भी उपस्थित रहे।

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    राष्ट्रपति मुर्मु ने संस्थान का दौरा किया, पी-एंड-ओ कार्यशाला का निरीक्षण किया, जहां उन्होंने उन्नत तकनीक का उपयोग करके कृत्रिम अंगों के निर्माण के बारे में जानकारी ली। राष्ट्रपति क्रॉस डिसेबिलिटी शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र (सीडीईआईसी) का भी दौरा किया और वहां इलाज करा रहे बच्चों से बातचीत की।

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    अपने संबोधन में, राष्ट्रपति मुर्मु ने दिव्यांगजनों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए सुगम्य भारत अभियान के अंतर्गत सरकार के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने यूडीआईडी कार्ड के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो दिव्यांगजनों को विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभ प्राप्त करने में सक्षम बनाता है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय संस्थान के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने वाले प्रभावी उपचारों और शैक्षिक कार्यक्रमों को पसंद किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि हमारे दिव्यांग भाई और बहन किसी भी प्रकार से अन्य लोगों से कम नहीं हैं और सामाजिक समावेशिता और संवेदनशीलता इन बाधाओं को समाप्त कर सकती है। राष्ट्रपति ने संस्थान के कर्मचारियों को दिव्यांगजनों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में उनके उत्कृष्ट कार्य की प्रशंसा की और उन्हें सेवा प्रदाता के बजाय सुगम्यता का सूत्रधार कहा। केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में दिव्यांगजनों को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभाग की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने दिव्यांग बच्चों की देखभाल करने और उन्हें सहायक उपकरण प्रदान करने जैसे उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राष्ट्रीय संस्थानों की प्रशंसा की। उन्होंने आत्मनिर्भरता और कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में शामिल करने के सरकार के लक्ष्य की पुष्टि की। डॉ. कुमार ने इन प्रयासों में मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति मुर्मु के प्रति आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में संस्थान के छात्रों और दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी शामिल था। इस कार्यक्रम में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल, संयुक्त सचिव राजीव शर्मा, निदेशक जितेंद्र शर्मा, वरिष्ठ अधिकारी, दिव्यांग बच्चे और उनके माता-पिता उपस्थित रहे।